
हरिशंकर परसाई
अगर आप चाहते हैं कि बच्चा समाज को केवल देखे नहीं, बल्कि समझे और उस पर सवाल उठाना सीखे—तो हरिशंकर परसाई की रचनाएँ उसके लिए सोच, हास्य और सच्चाई का अद्भुत मेल बनेंगी। ये फ्लैशकार्ड्स उसकी भाषा को चतुराई, उसकी सोच को पैनी और उसके नज़रिए को स्पष्ट बनाते हैं।
हर कार्ड में एक व्यंग्यात्मक पंक्ति, उसका सरल अर्थ, और उससे जुड़ा सामाजिक सन्देश शामिल होता है। बच्चा यह समझेगा कि व्यंग्य केवल हँसाने का नहीं, बल्कि सोचने का ज़रिया है। परसाई जी के लेखन से वह सीखेगा कि कैसे आम ज़िंदगी की घटनाओं में गहरे मुद्दे छिपे होते हैं।
अगर आप चाहते हैं कि बच्चा तर्क करना, सच पहचानना और भाषा का उपयोग सजगता से करना सीखे—तो हरिशंकर परसाई फ्लैशकार्ड सेट उसके विचारों में सवालों की चिंगारी और ज़िम्मेदारी की समझ ज़रूर पैदा करेगा।
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